Sunday, May 17, 2020

एक व्यंग्यकार की आत्मकथा: जगत सिंह बिष्ट





मेरी व्यंग्य रचना:

एक व्यंग्यकार की आत्मकथा

#व्यंग्य #satire



व्यंग्यकार:
जगत सिंह बिष्ट

व्यंग्य संग्रह:
तिरछी नज़र
अथ दफ्तर कथा
आप कुछ लेते क्यों नहीं
हिंदी की आखिरी किताब

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